POEM .....
माँ हो तो………. सन्तान पर हमेशा भारी है नारी
बहन हो तो……. भाई की लाडली है नारी
पत्नी हो तो…….. पति की जान है नारी
पुरुष हमेशा अधूरा तो…….. हमेशा पूरी है नारी
सृष्टि जिस पर घूम रही, वह धुरी है नारी
जब गर्भ में नहीं मरोगे, तभी तो तुम्हारी है नारी
जब नारी है………… तभी तो है ये सृष्टि सारी
– अभिषेक मिश्र
MESSAGE.......

No comments:
Post a Comment